Mutual Fund SIP facts : लंबी अवधि में अपने लिए एक बड़ा फंड तैयार करने के लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी बेहतरीन विकल्पों में से एक है। लेकिन एसआईपी करते समय हर एक निवेशक को इससे जुड़ी सभी जानकारी होनी चाहिए। आज हम आपको म्यूचुअल फंड एसआईपी से जुड़ी कुछ ऐसे ही तथ्यों के बारे में बताने वाले हैं जिनके बारे में हर निवेशक को पता होना चाहिए।
Mutual Fund SIP facts : आज के समय में हर कोई अपने रिटायरमेंट के समय के लिए एक बड़ा फंड तैयार करना चाहता है और इस काम के लिए म्यूचुअल फंड में एसआईपी करना एक बेहतर विकल्प के तौर पर सामने आया है।
यह उन लोगों को एक बड़ा फंड बनाने का अवसर देता है जिन्हें या तो शेयर बाजार की जानकारी नहीं होती या जो पूरी तरह से शेयर बाजार में काम नहीं कर सकते।
लेकिन म्यूचुअल फंड में एसआईपी (SIP) करने से पहले हर एक निवेशक को इससे जुड़ी सभी तथ्यों एवं मिथकों के बारे में पता होना चाहिए ताकि वे एक बेहतर निवेशक बन सकें और इसमें सही तरीके से निवेश करके लंबी अवधि में अपने लिए एक बड़ा फंड तैयार कर सकें।
आज हम आपको एसआईपी से जुड़ी कुछ 4 ऐसे जरूरी तथ्यों के बारे में बताने वाले हैं जिनके बारे में सभी निवेशकों को पता तो होना चाहिए लेकिन सभी इसके बारे में जानते नहीं। आइए जानते हैं इन सभी तथ्यों के बारे में-
हर एक निवेशक को इन 4 तथ्यों के बारे में जानकारी होनी चाहिए!
तथ्य – 1 : म्यूचुअल फंड में एसआईपी शुरू करने के लिए सही समय का इंतजार नहीं करना चाहिए!
म्यूचुअल फंड में एसआईपी को शुरू करने के लिए आपको सही समय का इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं है। जिस वक्त आपने एसआईपी करने की योजना बनाई आप उसी समय इसे शुरू कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शेयर बाजार में हमेशा उतार-चढ़ाव होते रहता है।
इसीलिए एसआईपी को शुरू करने के लिए सही समय का इंतजार करना कहीं से भी समझदारी का काम नहीं है। बल्कि एसआईपी आपको बाजार के उतार-चढ़ाव को सही तरीके से मैनेज करने में मदद करता है।
तथ्य – 2 : अगर बाजार में तेज़ी है तब भी आप अपने एसआईपी को रोके नहीं!
बाजार में तेज़ी-मंदी चलती रहती है। लेकिन जब कभी बाजार में तेज़ी का माहौल चल रहा हो तब भी आपको अपने एसआईपी को रोकना नहीं चाहिए।
हालांकि, बाजार की तेज़ी में अपने एसआईपी को रोकना आपको शॉर्ट-टर्म में ज्यादा रिटर्न तो दे सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म में आपको इससे नुकसान ही होगा क्योंकि इसके कारण लॉन्ग-टर्म में आपके पास एक छोटा फंड ही तैयार हो पाएगा।
इसीलिए बाजार में तेज़ी हो या मंदी हमेशा लॉन्ग-टर्म के लिए ही निवेशित रहना आपके लिए फायदेमंद होगा।
तथ्य – 3 : जितना जल्दी शुरू करेंगे उतना ही आपके लिए अच्छा होगा!
म्यूचुअल फंड में आप जितने लंबे समय के लिए निवेशित रहेंगे आपके लिए उतना ही अच्छा होगा। लेकिन लंबे समय के लिए निवेशित रहने के लिए आपको जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी इसमें निवेश करना शुरू करना होगा तभी लंबी अवधि में कंपाउंडिंग की मदद से आप अपने लिए एक बड़ा फंड तैयार कर सकेंगे।
तथ्य – 4 : म्यूचुअल फंड में एसआईपी करते समय टाइमिंग है बेहद जरूरी!
अगर आप अपने म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट में से पैसे निकाल लेते हैं तो इससे आपके फंड पर एक गहरा प्रभाव पड़ सकता है। चलिए मान लेते हैं आपने बाजार की गिरावट में अपने एसआईपी को रोक दिया तो इससे आपका फंड छोटा ही रह जाएगा।
लेकिन इसके विपरीत अगर आप बाजार की तेज़ी में अपने निवेश को थोड़ा बेच देते हैं तो इससे आपके पास एक बड़ा फंड तैयार हो सकता है।
उम्मीद है म्यूचुअल फंड एसआईपी से जुड़ी यह जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी और इसकी मदद से आप एक समझदार, बेहतर एवं जानकार निवेशक बन पाएंगे और भविष्य में सही तरीके से म्यूचुअल फंड में एसआईपी कर पाएंगे।
डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है तथा यह किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल के माध्यम से फाइनेंशियल वर्ल्ड ऑनलाइन वेबसाईट आपको किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह नहीं देता। फाइनेंशियल वर्ल्ड ऑनलाइन वेबसाईट आपको किसी भी तरह के म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श लेने की सलाह देता है। म्यूचुअल फंड में किसी भी तरह के नुकसान के लिए फाइनेंशियल वर्ल्ड ऑनलाइन वेबसाईट या इसके लेखक किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होंगे।